कार्य-जीवन संतुलन व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के बीच संतुलन की स्थिति है। अगर कोई सोचता है कि कार्य-जीवन और व्यक्तिगत जीवन के बीच एक सही संतुलन का अर्थ है दोनों पर बराबर समय बिताना। लेकिन ऐसा नहीं है। आप जानते हो क्यों? क्योंकि दोनों पर बराबर समय बिताना लगभग नामुमकिन है। लेकिन आप विशेष अवधि में कार्यों को उनके महत्व के अनुसार प्राथमिकता देकर कार्य-जीवन संतुलन प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार, आप एक साथ अपने समय और ऊर्जा दोनों की बचत कर सकते है।
काम और जीवन का संतुलन आसान कार्य नहीं है। इस वैश्विक प्रतिस्पर्धा के युग में कर्मचारी भी जीवन और कार्य पर नम्यता एवं नियंत्रण चाहते हैं। कोई भी इस काम और पारिवारिक जीवन के निरंतर उतार-चढाव के बीच पिसना नहीं चाहता। इसलिए, इस समस्या के समाधान का सबसे अच्छा तरीका कार्य-जीवन संतुलन प्राप्त ही है।
घर पर ऑफिस के बाद के घंटों को ना कहें
कर्मचारी अक्सर ओवर टाइम करने के लिए या डेड लाइन टालने के लिए कार्यालय का काम घर पर लाने जैसे विकल्प ढूंढते हैं। हालांकि, ऑफिस में ना नही कह पाने की कमजोरी किसी व्यक्ति के निजी जीवन को बाधित करती है। जिससे उस इंसान को आवश्यक न्यूनतम आराम भी नही मिल पाता है। इसके अलावा, यह उसके सामाजिक जीवन के लिए भी नुकसान है जो एक स्वस्थ मानसिकता के विकास को रोकता है। इसलिए, अपने निर्धारित समय के बाद किसी भी कार्य-संबंधी संघर्ष में शामिल न हों और अपने काम की समय सीमा निर्धारित करें।
एक स्वस्थ जीवन शैली को प्रोत्त्साहित करें
व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के बीच की असंतुलन कर्मचारियों के शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य को बाधित करता है। यह कार्यस्थल पर उनकीउत्पादकता में काफी हद तक व्यवधान डालता है और उन्हें परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने से भी रोक सकता है। लेकिन स्वस्थ भोजन के सेवन से लेकर नियमित गतिविधियों तक, हर चीज के लिए एक यथोचित दिनचर्या स्थापित करने से इस तरह का जोखिम समाप्त हो सकता है। याद रखें, तनाव का एक उत्कृष्ट समाधान स्वस्थ जीवनशैली है जो अपने आप ही आपके करियर और जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने में आपकी सहायता करती है।
समुचित योजना
एक अच्छी तरह से बनायी गई योजना आपके जीवन और कार्य को संतुलित करने का कार्य करती है। इससे आपके स्क्लि निखरते है और आप अधिक दिलचस्प व्यक्ति बनते है। अतः अपनी प्रतिदिन की गतिविधियों की योजना बनाने से आपके समय की बचत हो सकती है और आपके आवश्यक कार्य भी आसानी से पूर्ण हो पाते है।
बच्चों की देखभाल हेतु सुविधाएं
जो लोग पांच साल तक के बच्चों के माता-पिता है उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है, और जब माता-पिता दोनों पेशेवर होते हैं तो और ज्यादा परेषानी आती है। इसलिए, नियोक्ताओं को उन लोगों के लिए कार्यस्थलों में चाइल्ड कैअर सुविधाएं प्रदान करने पर ध्यान देना चाहिए, जिन्हें इसकी आवश्यकता है क्योंकि यह कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद है।
दूरस्थ कार्य की अनुमति देना
हर पेशेवर की इच्छा होती है कि वह कहीं से भी काम कर सकें। यह अलग-अलग जगह घूमने जैसा नहीं है बल्कि सही ढंग से काम करने के लिए अपनी जगह चुनने का अवसर होता है। यह कर्मचारियों की क्षमता और रचनात्मकता/क्रिएटिविटी को बढ़ाएगा। इसके अलावा, यह काम के साथ-साथ सामाजिक प्रतिबद्धताओं को भी पूरा करने में मदद करता है।
किसी भी चीज को सही ढंग से संतुलित करना एक कला है। लगभग हर कोई इस संतुलित कार्य-जीवन कला की तलाश कर रहा है, और यदि आप अपनी प्राथमिकताओं को अच्छी तरह से निर्धारित कर लेते हैं तो यह इतना कठिन नहीं है। और चूंकि परिवर्तन प्रकृति का नियम है, लोग भी उन परिवर्तनों के साथ तालमेल बिठाने का प्रयास करते हैं। हम काम को जीवन से हटा नहीं सकते इसके बजाय, हमें यह सीखने की ज़रूरत है कि काम और जीवन में एक संपूर्ण संतुलन कैसे बनाए रखा जाए। क्योंकि इस युग में कार्य-जीवन संतुलन की प्रवृत्ति पर अपना ध्यान देना आवश्यक हो गया है।
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